कल्पना शक्ति की कहानी

 

कल्पना शक्ति की कहानी

अगर आपके अंदर दम है तो जितनी सफलता मिल जाए कम है अक्सर हम अपनी जिंदगी में बहुत कुछ हासिल करना चाहते हैं। हर पल नए-नए सपने हमारी आंखों में चमकते रहते हैं मगर यह सारे सपने हकीकत में बहुत कम ही लोगों के बदल पाते हैं। और इतनी कोशिशों के बावजूद भी हमारी असफलता का क्या कारण है। आज की इस कहानी में हम जानेंगे यह कहानी है। हीरामन नामक व्यापारी की जिसका इलाहाबाद में बहुत बड़ा लोहे का कारोबार था हर रोज लाखों की खरीद और बिक्री होती जिससे उसे कई गुना मुनाफा होता परंतु अब उसके कदम धीरे-धीरे बुढ़ापे की ओर बढ़ते जा रहे थे तो उसने सोचा अब अपना सारा

कारोबार अपने बेटे अजय को सौंपकर सन्यास ले लूं एक दिन उसने रात्रि में भोजन करने के पश्चात अपने बेटे को कमरे में बुलाया और बोला बेटा अब मेरी उम्र हो गई है। मैं चाहता हूं यह कारोबार के झंझट झमेले अब तुम ही संभालो अजय ने भी हा में सिर हिलाया और बड़ी ही मेहनत और लगन के साथ पिता के कारोबार को संभाल लिया। उसकी देखरेख में कारोबार में भी खूब तरक्की हुई परंतु एक दिन कुछ ऐसा हुआ जिसका किसी को भी अंदाजा ना था। ट्रक को लोड कराते समय कुछ वजनदार वस्तुएं अजय के ऊपर गिर पड़ी जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया तत्पश्चात पास ही के अस्पताल में उसे

भर्ती कराया गया अजय के पिता ने डॉक्टरों से उसकी तबीयत के विषय में पूछा तो डॉक्टर्स ने बताया अजय का पैर पूरी तरह से फैक्चर हो चुका है आप अजय को किसी बड़े अस्पताल में भर्ती करा दीजिए क्योंकि यहां पर अच्छी तरीके से उसका इलाज संभव नहीं है अपने बेटे की ऐसी हालत को देखकर उसके पिता ने तुरंत उसे मुंबई के एक बहुत बड़े और प्रसिद्ध अस्पताल में भर्ती करा दिया धीरे-धीरे करके 3 महीने बीत गए परंतु अजय की हालत में कोई सुधार नहीं आया अजय हर घड़ी बस बेड पर लेटकर छत की ओर देखता रहता अपनी ऐसी अवस्था देखकर उसने तो जीने की उम्मीद ही छोड़ दी कुछ दिनों बाद अजय की

पास वाली बेड पर ही एक मरीज को भर्ती किया गया जो हमेशा प्रसन्न रहता और अपने आसपास के मरीजों को भी हमेशा हंसाता रहता हर सुबह वह सबसे पहले उठ जाता और खिड़की की ओर देखकर अजय को सुबह के मौसम के बारे में बताता देखो अजय कितना सुंदर मौसम है जानते हो जब सूर्य की किरणें समुंदर की लहरों पर पड़ती हैं तो ऐसा लगता है मानो किसी ने हीरे बिखेर दिए हो वहां देखो अस्पताल के पास बगीचे में आज कितने सुंदर-सुंदर फूल खिले हैं कितना मनोरम दृश्य है अपने दोस्त की इन सारी बातों को सुनकर अजय मन ही मन मन में कल्पना करता और वह इन सभी दृश्यों

को अपने मन में ही देखता रहता जिसका परिणाम यह हुआ कि धीरे-धीरे उसकी तबीयत में सुधार आने लगा अब उसने अपना सारा कारोबार फोन पर ही संभालना शुरू कर दिया परंतु एक दिन जब अजय सोकर उठा तो उसने देखा कि उसका मित्र उसकी बगल वाली बेड पर ना था बाद में उसे पता चला कि उसके मित्र को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है अजय को बहुत हुआ उसने नर्स से कहा कृपया मुझे मेरे मित्र की बेड पर शिफ्ट कर दीजिए उसने मन में सोचा अब मेरा मित्र ना सही मैं स्वयं ही सुबह का मनोरम दृश्य देखा करूंगा नर्स ने उसे पास के ही बेड पर शिफ्ट कर दिया जहां से उसका मित्र रोज

सुबह-सुबह उसे प्रकृति के मनोरम दृश्यों को बताता रहता था परंतु अजय को तब बहुत आश्चर्य हुआ जब उसने खिड़की को उस पार देखा तो ना तो उसे समुंदर दिखाई दिया और ना ही बाग बगीचे खिड़की के उस पार सिर्फ और सिर्फ एक दीवार थी उसे अत्यंत आश्चर्य हुआ उसने नर्स से कहा सिस्टर इसी बेड पर मेरा मित्र मुझे प्रातः कालीन मनोरम दृश्य बताया करता था वह कहता था कि खिड़की के उस पार एक बहुत ही सुंदर समुंद्र है जिस पर सूर्य की किरणें जब पड़ती हैं तो ऐसा लगता है मानो किसी ने हीरे बिखेर दिए हो वो यह भी बताता था कि अस्पताल के बगल में एक बगीचा है जहां पर अत्यंत सुंदर सुंदर फूल

खिला करते हैं उसकी बातों को बीच में ही रोककर नर्स ने कहा साहब क्यों मजाक करते हैं वह व्यक्ति तो अंधा था नर्स की ऐसी बातों को सुनकर अजय अत्यंत आश्चर्य चकित रह गया परंतु अब धीरे-धीरे सारी बात उसकी समझ में आ चुकी थी उसने मन ही मन अपने मित्र को अत्यंत धन्यवाद किया और सोचने लगा जब भी मेरा मित्र बाहरी संसार की जिक्र करता था तो मैं उन बातों को अपनी कल्पना में देखता और जिसका परिणाम यह है कि आज मैं धीरे-धीरे स्वस्थ होने लगा हूं कुछ ही दिनों बाद अजय पूरी तरह से स्वस्थ हो गया और फिर उसने अपना कारोबार संभाल लिया मशहूर वैज्ञानिक डॉकर जोसेफ मर्फी कहते हैं। 

कल्पनात्मक शक्ति व्यक्ति की सभी शक्तियों में सर्वश्रेष्ठ है इसलिए हमेशा इन शक्तियों का सही उपयोग कीजिए यदि आप भी एक सफल और कामयाब व्यक्ति बनना चाहते हैं तो सबसे पहले उन सपनों को जिन्हें आप हकीकत में बदलना चाहते हैं। अपनी कल्पना शक्ति के माध्यम से अपनी कल्पनाओं में देखिए निश्चित रूप से सफलता आपके कदम चूमेगी। आपने बड़े धैर्य और विश्वास के साथ मुझे सुना आपका बहुत-बहुत आभार।

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